मंगलवार, 11 जुलाई 2023

विश्व जनसंख्या दिवस: जनसंख्या के महत्व और नियंत्रण पर एक नज़र


विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन विश्वभर में जनसंख्या के महत्व और प्रबल प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जब हम जनसंख्या की वृद्धि, जनसंख्या नियंत्रण और इसके साथ-साथ उसके प्रभावों के बारे में चर्चा करते हैं।

विश्व जनसंख्या दिवस का प्राथमिक उद्देश्य जनसंख्या वृद्धि की गति और माप को समझना है। यह जनसंख्या के साथ-साथ उसके सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और पर्यावरणीय प्रभावों का भी अध्ययन करने का एक अवसर प्रदान करता है। जनसंख्या नियंत्रण, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, आवास, खाद्य सुरक्षा, आर्थिक विकास और वातावरणिक मुद्दों जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

जबकि जनसंख्या वृद्धि विश्वभर में अनियंत्रित और असमान रूप से फैली हुई है, यह दिवस हमें याद दिलाता है कि जनसंख्या व्यवस्था, मातृत्व स्वास्थ्य, और सामाजिक न्याय के विकास के लिए सही नीतिगत एवं सामाजिक उपायों की आवश्यकता है। इस दिवस के आयोजन विश्वभर में जनसंख्या स्थिति पर जागरूकता फैलाने, संबंधित नीतियों और कार्यक्रमों को समीक्षा करने, और नागरिकों को जनसंख्या संबंधी मुद्दों पर जागरूक करने का अवसर प्रदान करता है।

जनसंख्या के अधिकार, मातृत्व स्वास्थ्य, और परिवार नियोजन के अधिकारों की प्रोत्साहन भी विश्व जनसंख्या दिवस का मुख्य उद्देश्य है। सुरक्षित परिवार नियोजन और स्वास्थ्य सेवाएं जनसंख्या व्यवस्था में सुधार लाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह दिवस जनसंख्या के अधिकारों की पहचान, संरक्षण, और प्रचार का भी माध्यम बनता है।

विश्व जनसंख्या दिवस पर हमें यह भी याद दिलाना चाहिए कि जनसंख्या नियंत्रण को सदा के लिए एक व्यक्तिगत और सामाजिक प्राथमिकता बनाने की आवश्यकता है। जनसंख्या व्यवस्था के प्रति जागरूकता फैलाना, जनसंख्या सुरक्षा के लिए नीतिगत और सामाजिक उपायों की मांग करना हमारी सामरिक जिम्मेदारी है।

विश्व जनसंख्या दिवस हमें एक संसाधन के रूप में जनसंख्या के महत्व को समझने और जनसंख्या सुरक्षा के लिए नीतिगत और सामाजिक समाधानों की आवश्यकता को समझने का अवसर प्रदान करता है। यह दिवस एक जागरूक समाज बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है जो समृद्धि, स्थायित्व, और सशक्तिकरण के मार्ग पर हमें ले जाता है। 

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?

विश्व जनसंख्या दिवस पर दुनियाभर के देशों में बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने और इसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दिन को मनाने की सबसे पहले घोषणा 1989 में की गई थी। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बढ़ती जनसंख्या के प्रति सचेत करने का है।

विश्व जनसंख्या दिवस पहली बार कब मनाया गया था?

पहली बार विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 1990 को 90 से अधिक देशों में मनाया गया था।

जनसंख्या दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व जनसंख्या दिवस जनसंख्या नियंत्रण सहित वैश्विक जनसंख्या मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, बढ़ती जनसंख्या प्रवृत्तियाँ ष्आर्थिक विकास, रोजगार, आय वितरण, गरीबी और सामाजिक सुरक्षा को प्रभावित करती हैं।

विश्व जनसंख्या दिवस का क्या अर्थ है?

विश्व जनसंख्या दिवस, जो जनसंख्या के मुद्दों की तात्कालिकता और महत्व पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है, की स्थापना 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की तत्कालीन गवर्निंग काउंसिल द्वारा की गई थी, जो कि फाइव बिलियन दिवस द्वारा उत्पन्न रुचि का परिणाम था। 11 जुलाई 1987 को मनाया गया।

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का क्या महत्व और लाभ है?

1989 में, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल ने सिफारिश की कि 11 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाए, जो जनसंख्या के मुद्दों की तात्कालिकता और महत्व पर ध्यान केंद्रित करने का दिन है।

विश्व जनसंख्या दिवस कैसे मनाते हैं?

विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में बात की जाती है। जिसमें गरीबी, जच्चे-बच्चे का स्वास्थ्य, लैंगिक समानता, परिवार नियोजन, मानव अधिकार, गर्भनिरोधक दवाओं के प्रयोग से लेकर सुरक्षित यौन संबंधों जैसे समस्याओं पर चर्चा की जाती है।

भारत में जनसंख्या की शुरुआत कब हुई थी?

वर्ष 1872 में पहली जनगणना हुई। लेकिन प्रथम समकालीन जनगणना की शुरुआत 1881 में मानी गई। वहीं स्वतंत्र भारत में वर्ष 1951 में पहली जनगणना हुई। प्रत्येक दस वर्ष के बाद भारत में जनगणना होती है।

विश्व की जनसंख्या कब हुई?

विश्व जनसंख्या वर्तमान में रहने वाले मनुष्यों की कुल संख्या है और अप्रैल 2019 तक 7.78 बिलियन जनसंख्या हैं। 

विश्व जनसंख्या दिवस के जनक कौन है?

विश्व जनसंख्या दिवस की स्थापना 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल द्वारा की गई थी। इस दिन की प्रेरणा ‘फाइव बिलियन डे’ से आई थी, जो 11 जुलाई, 1987 को मनाया गया था।

हमारे देश की जनसंख्या कितनी है?

एक अनुमान के अनुसार वर्तमान समय में भारत देश की जनसंख्या 1,420,096,703 करोड़ है।

वर्तमान में विश्व की जनसंख्या कितनी है?

वर्ल्डमीटर वेबसाइट के अनुसार, 05 अप्रैल 2021 में दुनिया की कुल जनसंख्या 7,974,229, 607 (797 करोड़) है।

जनसंख्या में पहले नंबर पर कौन है?

दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है भारत, भारत देश की आबादी 142.86 करोड़ हो गयी है और वह चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र बन गया है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत ने इस मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है और सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है।

जनसंख्या से आप क्या जानते हैं?

किसी क्षेत्र (गाँव, शहर, राज्य, देश) में रहने वाले मनुष्यों की कुल संख्या को वहाँ की जनसंख्या कहते हैं।

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