जिंदगी का सफरः हाथ रिक्शा चालक का त्रासद तस्वीर
कानपुर। कानपुर शहर में इन दिनों मेट्रो निर्माण कार्य तेजी से चल रहा वहीं नौबस्ता मेट्रो कार्य क्षेत्र के पास से एक मन को विचलित करने वाली तस्वीर सामने आई है जिसमे आप एक बुजुर्ग व्यक्ति जिसे इस उम्र में आराम की जरूरत है। लेकिन कुंटल नहीं टन में माल खींचता नजर आ रहा है पसीने से तरबतर भीगी हुई देह पर पैबंद लगी कमीज, मंजिल तक पहुंचाने की जिद का साथ देते भीचें हुए ओठों पर थमी आह, थके कदमों पर पड़ी बेवाइयों की दरार में आसरा पाये दर्द से उपजी बेबसी, पस्त सांसों की थिरकन पर कदमताल करती लाचारी के हाथों से रिक्शा खींचते हुये मानो 21वीं सदी में भी इंसान के गुलाम होने का अहसास करा रहा हैं। कंक्रीट के जंगलों में तरक्की की बहुमंजली, बेहया नुमाइशों के दरम्यान सड़क पर बैलगाड़ी में जोते हुये बैलों की मानिंद इंसान को ढोता, हाथ रिक्शा चालक दरअसल इंसानियत की नाकामी की सबसे बड़ी यह त्रासद तस्वीर है। विडंबना है यह त्रासद तस्वीर शहर की तमाम सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आती है।
वैसे तो हाथ रिक्शा चालकों की जिंदगी बहुत ही कठिन होती है। रिक्शाचालक दिनभर सड़कों पर भटकते रहते हैं, अपने रिक्शे को धकेलते हुए अन्य गाड़ियों के साथ लड़ते हुए, अपनी शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल करते हुए। यह लोग सामान्यत अपने परिवार का जीवनयापन चलाने के लिए हाथ से कमाई करते हैं। इन चालकों की जिंदगी में कभी-कभी दुख की घड़ियां भी आती हैं। यह लोग अपने दर्दों को दबा कर चलते हैं ताकि उनके परिवार को खाना खिलाने के लिए पैसे मिल सकें। उन्हें अपने रिक्शे को सारे दिन चलाते रहना पड़ता है, जिससे उनके हाथ और पैर बहुत ज्यादा थक जाते हैं। इस तस्वीर में हम एक हाथ रिक्शा चालक को देखते हैं जो अपने रिक्शे को धकेलते हुए बड़े परिश्रम से काम करते हुए नजर आ रहे हैं। उनके चेहरे पर थकान और उदासी का अनुभव है। शायद वे अपनी जिंदगी के साथ सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रहे हों, लेकिन उन्होंने अपनी हार नहीं मानी लेकिन बड़ा और गंभीर सवाल इस बुजुर्ग व्यक्ति के रिक्शे पर इतना अधिक माल किसने लोड कराया..? उसके अन्दर की मानवता मर चुकी है?
आपको बता दे मंगलवार, 11 अप्रैल को त्रासद वीडियो में एक बुजुर्ग दिखाई दे रहा है यह तस्वीर कानपुर मेट्रो निर्माण के पास की रिक्शे में कुंटलों माल को खींच रहे हुए हैं। जानकारी करने पर मालुम हुआ वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने बुजुर्ग व्यक्ति के रिक्शे में धक्का लगाया उनसे पूछा इस उम्र में इतना अधिक माल क्यो लाद रहे है लेकिन बुजुर्ग ने कुछ बोला नहीं शायद पेट परिवार कोई बड़ी मजबूरी होगी? जोकि उन्हें इस कठिनाई से गुजरना पड़ रहा है जबकि वे इस उम्र में इस तरह का काम करने के लिए असमर्थ हो रहे हैं।
इस वीडियो के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इस वीडियो के माध्यम से हम इस बुजुर्ग व्यक्ति को ढूंढने की कोशिश कर सकते हैं। यदि आप इस बुजुर्ग व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी रखते हैं तो कृपया उसे हम तक साझा करें ताकि हम इनकी कुछ मदद कर सकें।
हम उम्मीद करते हैं कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस बुजुर्ग व्यक्ति को ढूंढकर उन्हें उनके रहने खाने की व्यवस्था की जा सके। इसके लिए कोई समाज सेवी संस्था उनकी मदद कर सकती है और उन्हें जरूरतमंद लोगों की सहायता प्रदान कर सकती है। आप और हम इस मामले में सक्रिय रह कर संबंधित सामाजिक संस्थाओं या अन्य समुदाय के साथ संपर्क कर सकते हैं जिससे मद्द इन तक पहुंच सके।
बेहद दुखद है और देखने में बहुत असह्यय है। बुजुर्ग व्यक्ति जो कुंटलों माल को रिक्शे में खींच रहे हैं, उनकी स्थिति दिल छू लेने वाली है। यह एक सामान्य मनुष्य के लिए बेहद दुखद होता है कि एक उम्रदराज व्यक्ति को ऐसी स्थिति में लाना पड़ रहा है जहां वह अपने आप को नहीं रख सकता है। इस स्थिति को समझने और इस पर कार्रवाई करने के लिए, हम सभी को अपने आस-पास के लोगों के साथ सहयोग करना चाहिए। हमें उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो जीवन के मुश्किल समय में अकेले हो जाते हैं। हमें उन्हें संबंधित संस्थाओं के साथ जोड़ने और उन्हें सहायता प्रदान करने की जरूरत है। सोशल मीडिया का उपयोग करके हम इस संबंध में जागरूकता फैला सकते हैं ताकि इस बुजुर्ग व्यक्ति को आरामदायक स्थान और खाने की व्यवस्था की जा सके।

बहुत अच्छी स्टोरी
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार बड़े भइया आपका
हटाएंnice
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